Praise the Lord. Tujhe Yeeshu Bulaata Hai Lyrics | तुझे यीशु बुलाता है | Heart Touching Song Lyrics | Worship Song Lyrics
Tujhe Yeeshu Bulaata Hai | Heart Touching Song
Lyrics in Hindi
तुझे यीशु बुलाता है,
आवाज उसकी सुनों
तुझे ढूड़ने आया वो,
अपने दिल में उसे ले लो । (२)
तेरे गुनाहों का भार
अपने कंधो पर उसने लिया
घायल हुआ वह तेरे ही खातिर
अभी बुला रहा ।
तुझे यीशु… ।
तुझे नाम ले के बुला रहा,
अपने लहू से धोने को
छिदे हुए हाथों को प्यार से, बढ़ाकर
अभी बुला रहा
तुझे यीशु…
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Lyrics in Hindi
Tujhe yeeshu bulaata hai,
Aavaaj usakee sunon
Tujhe dhoodane aaya vo,
Apane dil mein use le lo . (2)
1.
Tere gunaahon ka bhaar
Apane kandho par usane liya
Ghaayal hua vah tere hee khaatir
Abhee bula raha .
Tujhe yeeshu… .
2.
Tujhe naam le ke bula raha,
Apane lahoo se dhone ko
Chhide hue haathon ko pyaar se, badhaakar
Abhee bula raha
Tujhe yeeshu… .
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Music Video
Song Details and Credit
Song ;
Singer ; Pastor Chonhas Toppo, Pastor Salom Toppo, Sis. Priya Toppo
Music ; Mukul Chintu
Lyrics ;
Label ; Jawalant Ministries
दो शब्द
यह गीत “तुझे यीशु बुलाता है” एक अत्यंत आध्यात्मिक और उद्धारक संदेश लिए हुए है। यह गीत केवल एक भक्ति गान नहीं, बल्कि एक आमंत्रण है—पापी मानव के प्रति यीशु मसीह का प्रेमपूर्ण बुलावा। आरंभिक पंक्तियाँ “तुझे यीशु बुलाता है, आवाज उसकी सुनो” हमें उस क्षण की याद दिलाती हैं जब प्रभु स्वयं मानवता के द्वार पर खड़े हैं (प्रकाशित वाक्य 3:20), और कह रहे हैं, “देखो, मैं द्वार पर खड़ा हूँ और खटखटाता हूँ।”
गीत का दूसरा भाग, “तेरे गुनाहों का भार अपने कंधों पर उसने लिया,” क्रूस की याद दिलाता है जहाँ यीशु ने समस्त संसार के पापों का भार उठाया (यशायाह 53:4-5)। “घायल हुआ वह तेरे ही खातिर” – यह पंक्ति मसीह के बलिदान के प्रेम का सार है। वह केवल शारीरिक रूप से नहीं, आत्मिक रूप से भी हमारे लिए टूटा ताकि हम चंगे हो सकें।
“तुझे नाम ले के बुला रहा, अपने लहू से धोने को” यह उद्धार का व्यक्तिगत निमंत्रण है, यीशु केवल भीड़ को नहीं, प्रत्येक आत्मा को नाम लेकर बुलाता है। छिदे हुए हाथ, जो क्रूस पर फैले थे, आज भी प्रेम से हमें गले लगाने को बढ़े हैं।
यह गीत हमें स्मरण कराता है कि उद्धार कोई धर्मिक कर्म नहीं, बल्कि एक संबंध है, यीशु के प्रेम का प्रत्युत्तर। जब हम उसकी आवाज़ सुनते हैं और हृदय के द्वार खोलते हैं, तभी वास्तविक शांति और अनन्त जीवन का अनुभव होता है।


